मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए संबंधित विभाग रखें अपनी पूरी तैयारियां : एडीसी डा. विवेक भारती
अतिरिक्त उपायुक्त ने ली डिस्ट्रिक्ट लेवल मलेरिया वर्किंग व सर्विलांस कमेटी की बैठक, दिए दिशा निर्देश
सिरसा (Sirsa): अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए पर्याप्त तैयारियां व जरूरी प्रबंध सुनिश्चित करें। इसके लिए सभी संबंधित विभाग आईईसी गतिविधियां चलाएं और जनता को जागरूक करें। लोगों को जानकारी होनी चाहिए कि इन मच्छर जनित रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि अपने घरों व आसपास के क्षेत्रों में पानी जमा न होने दें।
शहरी स्थानीय निकाय व विकास एवं पंचायत विभाग अपनी फोगिंग मशीनों को चालू हालत में रखें। अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती सोमवार को स्थानीय लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में डिस्ट्रिक्ट लेवल मलेरिया वर्किंग कमेटी व डिस्ट्रिक्ट लेवल सर्विलांस कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। अतिरक्त उपायुक्त ने मच्छर जनित रोगों (मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया) की रोकथाम व नियंत्रण बारे विभागाध्यक्षों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया के मामले बढ़ जाते हैं और ये मच्छर काटने से होते हैं। मच्छरों के पनपने पर अंकुश लगाने के लिए सभी स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य व विकास एवं पंचायत विभाग आपसी तालमेल से कार्य करें और योजनाबद्ध तरीके से स्लम एरिया व अन्य क्षेत्रों में फॉगिंग व दवा का छिड़काव करवाएं।
इसके लिए सभी विभाग अपनी फॉगिंग मशीनों की मरम्मत आदि का काम करवाकर तैयार रखें। कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद शहर के खाली प्लाटों में बरसात के मौसम में जमा होने वाले दूषित पानी में काला तेल आदि डलवा दें। इसके अलावा जिन गड्डों में पानी जमा है, वहां मिट्टी की भरपाई की जा सकती है उन्होंने कहा कि रोडवेज की कार्यशाला व ऑटो मार्केट में निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करें कि बेकार पड़े टायरों में पानी जमा न हो।
स्कूलों व सरकारी कार्यालयों के भवनों की छतों पर पानी की टंकियों की समय-समय पर साफ सफाई करवाना सुनिश्चित करें। सभी जिलावासी अपने घरों में टंकियों पर ढक्कन अवश्य लगाएं। कार्यालयों में सही ढंग से सफाई व्यवस्था हो। अध्यापक स्कूलों में बच्चों को प्रार्थना के समय मलेरिया से बचाव के बारे में जागरूक करें। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कहीं पर भी दूषित पानी जमा न हो। कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग सभी वाटर वर्क्स में क्लोरिनेशन करवाना सुनिश्चित करें ताकि आमजन को शुद्ध व कीटाणु रहित पेयजल मिले।